—◆◆◆— 🌟स्वरांजली🌟 शब्दों की गूँज🌟 क्योंकि वो मकान खाली पड़ा है।। जब भी गुजरता हूँ उस राह से तो भर आती हैं आँखे क्योंकि जहाँ

—◆◆◆— 🌟स्वरांजली🌟 शब्दों की गूँज🌟 क्योंकि वो मकान खाली पड़ा है।। जब भी गुजरता हूँ उस राह से तो भर आती हैं आँखे क्योंकि जहाँ
—◆◆◆— 🌟स्वरांजली🌟 शब्दों की गूँज🌟 कुछ गुलाब की पंखुड़ियो का लिया सहारा आज उनकी एक एक पंखुड़ी की हां कभी न कभी हां कभी न
—◆◆◆— 🌟स्वरांजली🌟 शब्दों की गूँज🌟 बचपन में बाबा और बड़े भाई की सुन कर डाँट अपनी हँसी मुस्कान और बचपना खोया नटखट और खेल कूद
—◆◆◆— 🌟स्वरांजली🌟 शब्दों की गूँज🌟 टकटकी लगाए, स्तब्ध खड़ी मैं.. रोकने की चाह मैं, मौन खड़ी मैं.. चीख़ती – पुकारती, जड़वत, मन ही मन, #आवाज