—◆◆◆— 🌟स्वरांजली🌟 शब्दों की गूँज🌟 देखो सनम सरल नहीं प्यार का- पथ यद्यपि विपथ नहीं है – सदां – सुपथ संसार का- आधार मात्र –
Category: देवीलाल शर्मा ‘ सारश्वत’

कल्पना की उपज
—◆◆◆— 🌟स्वरांजली🌟 शब्दों की गूँज🌟 कल्पना से उपजता, संकल्पना विधान ! पांवों को गति मिले राष्ट्र को – प्रयाण ! कल्पना के पंख हैं, नदी-

शब्द गूंज रहे हैं…
—◆◆◆— 🌟स्वरांजली🌟 शब्दों की गूँज🌟 शब्द गूंज रहे हैं… कानों के आस-पास ! सबका साथ,सबका विकास ! और अब- ‘विश्वास’ हो गया- आह्वान ! छल